ध्यान करने की विधि और इससे होने वाले लाभ । (हिन्दी)
• ध्यान (Meditation) क्या है?
ध्यान एक अलग व्यक्ति, एक नया व्यक्ति या एक बेहतर व्यक्ति बनने के बारे में नहीं है, बल्की खुद को जानने के बारे में है। यह स्व जागरूकता के बारे में प्रशिक्षण और परिप्रेक्ष्य की स्वस्थ भावना प्राप्त करने के बारे में है। आप अपने विचारों या भावनाओं को बंद करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं, इसके द्वारा आप अपने विचारों को एक नई आयाम दे रहे हैं। आप निर्णय के बिना उनका पालन करना सीख रहे हैं और अंत में, आप स्वयं को और अपने विचारों को और बेहतर ढंग से समझने में सक्षम बन सकते हैं। "खुद को जानने के अभ्यास को ध्यान (meditation) कहते हैं।"
• ध्यान (Meditation) करने का सही समय:
यदि आप Meditation शुरू कर रहे हैं तो हम सुबह सबसे पहले Meditation करने की सलाह देते हैं। दिन की शुरुआत करने का यह एक अच्छा तरीका है और आमतौर पर कुछ मिनटों से आप शुरू कर सकते है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि एक समय चुनें जो आपके लिए संभव हो पाए और प्रतिदिन ध्यान करना प्रारंभ करें। दिन में दो बार 5-5 या 10-10 मिनट का Meditation काफी कामगार सिद्ध हो सकता है।
• ध्यान (Meditation) करने का सही स्थान:
Meditation के लिए वैसे तो किसी खास जगह की जरूरत नहीं होती, जिस चीज की जरूरत है वह है साइलेंस (शांति की) । ऐसी जगह चुनें जो बहुत शांतिपूर्ण और आत्मापूर्ण हो। इसका मतलब है कि किसी भी तरह से शांत, आरामदायक जगह जहाँ आपके बाधित होने की संभावना न हो , आपके लिए उत्कृष्ट है।
• ध्यान (Meditation) शुरू कैसे करें: (for beginners)
1. आराम से अपने स्थान बैठें।
2. आप ऐसे किसी भी स्थान का चुनाव कर सकते हैं जो आपके लिए आराम दायक और शांतिपूर्ण हो।
3. साँसों को नियंत्रित करने के लिए कोई प्रयास न करें; बस स्वाभाविक रूप से सांस लें।
4. अपना ध्यान सांस पर केंद्रित करें। प्रत्येक साँस लेना और साँस छोड़ना के साथ शरीर कैसे चलता है, इस पर ध्यान दें ।
5. सम्पूर्ण विधि को प्रतिदिन दोहराऐं और धीरे धीरे समय को बढ़ाते जाएँ ।
• इसके दैनिक जीवन मे अभ्यास से अनेकों फायदें होते हैं:
• मानसिक तनाव को कम करता है।
• चिंता को नियंत्रित करता है।
• भावनात्मक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
• आत्म-जागरूकता को बढ़ावा देता है|
• उम्र कम होने से संबंधित मेमोरी लॉस में सुधार लाता है।
• यदि कोई नशे की लत से ग्रस्त है तो लत छोड़ने में मदद करता है।
•ब्लड प्रेशर कम होता है ।
• अच्छी तरह से ध्यान करने के लिए सुझाव:
• ध्यान शुरू करने से पहले शांत मन के साथ अपने लिए एक आदर्श और शांत स्थान चुनें।
• ध्यान लगाते समय और पहले, सभी अनावश्यक चीजों को भूल जाएं।
• हमेशा ध्यान करने जाने से पहले अपने शरीर और मन को शांत करें और फिर शांत मन के साथ शुरुआत करें ।
• ध्यान शुरू करने से पहले किसी आध्यात्मिक व्यक्तित्व / पवित्र पुस्तक /आध्यात्मिक प्रतीक का स्मरण करें । (यदि आप नास्तिक हैं तो प्रकाश/सूर्य की कल्पना करें।)।
• जब आप ध्यान का अभ्यास करते हैं, तो किसी भी चीज़ के बारे में न सोचें। सिर्फ अपने सांस पर ध्यान दें।
• कल्पना कीजिए कि यहाँ केवल आप ही अपनी आत्मा के साथ हैं और यहाँ कोई नहीं है।
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लेखक और प्रकाशक:
V.S.Nikhil Kaser
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• ध्यान (Meditation) क्या है?
ध्यान एक अलग व्यक्ति, एक नया व्यक्ति या एक बेहतर व्यक्ति बनने के बारे में नहीं है, बल्की खुद को जानने के बारे में है। यह स्व जागरूकता के बारे में प्रशिक्षण और परिप्रेक्ष्य की स्वस्थ भावना प्राप्त करने के बारे में है। आप अपने विचारों या भावनाओं को बंद करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं, इसके द्वारा आप अपने विचारों को एक नई आयाम दे रहे हैं। आप निर्णय के बिना उनका पालन करना सीख रहे हैं और अंत में, आप स्वयं को और अपने विचारों को और बेहतर ढंग से समझने में सक्षम बन सकते हैं। "खुद को जानने के अभ्यास को ध्यान (meditation) कहते हैं।"
• ध्यान (Meditation) करने का सही समय:
यदि आप Meditation शुरू कर रहे हैं तो हम सुबह सबसे पहले Meditation करने की सलाह देते हैं। दिन की शुरुआत करने का यह एक अच्छा तरीका है और आमतौर पर कुछ मिनटों से आप शुरू कर सकते है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि एक समय चुनें जो आपके लिए संभव हो पाए और प्रतिदिन ध्यान करना प्रारंभ करें। दिन में दो बार 5-5 या 10-10 मिनट का Meditation काफी कामगार सिद्ध हो सकता है।
• ध्यान (Meditation) करने का सही स्थान:
Meditation के लिए वैसे तो किसी खास जगह की जरूरत नहीं होती, जिस चीज की जरूरत है वह है साइलेंस (शांति की) । ऐसी जगह चुनें जो बहुत शांतिपूर्ण और आत्मापूर्ण हो। इसका मतलब है कि किसी भी तरह से शांत, आरामदायक जगह जहाँ आपके बाधित होने की संभावना न हो , आपके लिए उत्कृष्ट है।
• ध्यान (Meditation) शुरू कैसे करें: (for beginners)
1. आराम से अपने स्थान बैठें।
2. आप ऐसे किसी भी स्थान का चुनाव कर सकते हैं जो आपके लिए आराम दायक और शांतिपूर्ण हो।
3. साँसों को नियंत्रित करने के लिए कोई प्रयास न करें; बस स्वाभाविक रूप से सांस लें।
4. अपना ध्यान सांस पर केंद्रित करें। प्रत्येक साँस लेना और साँस छोड़ना के साथ शरीर कैसे चलता है, इस पर ध्यान दें ।
5. सम्पूर्ण विधि को प्रतिदिन दोहराऐं और धीरे धीरे समय को बढ़ाते जाएँ ।
• इसके दैनिक जीवन मे अभ्यास से अनेकों फायदें होते हैं:
• मानसिक तनाव को कम करता है।
• चिंता को नियंत्रित करता है।
• भावनात्मक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
• आत्म-जागरूकता को बढ़ावा देता है|
• उम्र कम होने से संबंधित मेमोरी लॉस में सुधार लाता है।
• यदि कोई नशे की लत से ग्रस्त है तो लत छोड़ने में मदद करता है।
•ब्लड प्रेशर कम होता है ।
• अच्छी तरह से ध्यान करने के लिए सुझाव:
• ध्यान शुरू करने से पहले शांत मन के साथ अपने लिए एक आदर्श और शांत स्थान चुनें।
• ध्यान लगाते समय और पहले, सभी अनावश्यक चीजों को भूल जाएं।
• हमेशा ध्यान करने जाने से पहले अपने शरीर और मन को शांत करें और फिर शांत मन के साथ शुरुआत करें ।
• ध्यान शुरू करने से पहले किसी आध्यात्मिक व्यक्तित्व / पवित्र पुस्तक /आध्यात्मिक प्रतीक का स्मरण करें । (यदि आप नास्तिक हैं तो प्रकाश/सूर्य की कल्पना करें।)।
• जब आप ध्यान का अभ्यास करते हैं, तो किसी भी चीज़ के बारे में न सोचें। सिर्फ अपने सांस पर ध्यान दें।
• कल्पना कीजिए कि यहाँ केवल आप ही अपनी आत्मा के साथ हैं और यहाँ कोई नहीं है।
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